आंखों में सूखेपन से मिलेगी निजात, इलाज की आई नई तकनीक
सेहतराग टीम
शोधकर्ताओं ने आंखों की समस्या का जल्दी पता लगाने के लिए नई तकनीकी 'नॉन इनवेसिव इमेजिंग टेकनीक’ खोज निकाली है। इस नई तकनीकी के द्वारा आंखों में सूखेपन का पता लगाना और उसका इलाज आसानी से किया जा सकेगा।
आंखों में सूखेपन की बीमारी (ड्राई आई सिंड्रोम) से आंखों में जलन होती है और धुंधला दिखाई देने लगता है। इस नई तकनीकी (नॉन इनवेसिव इमेजिंग टेकनीक) के द्वारा आंखों के अंदर की तस्वीर बिना आंखों को नुकसान पहुंचाए ली जा सकती है।
जर्नल ऑफ़ एम्प्लाइड ऑप्टिक्स में प्रकाशित एक रिसर्च पेपर के मुताबिक आंखों के डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाने वाले 60 फीसदी मरीजों में आंखों के सूखेपन की शिकायत होती है। इस शोध में अमेरिका के ऑप्टिकल सोसाइटी के शोधकर्ता भी शामिल थे। उन्होंने बताया जब आंखों में आंसुओं की अंदरूनी परत बाहरी वातावरण से बचाने में असमर्थ हो जाती हैं तब यह बीमारी होती है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि ज्यादातर मामलों में इलाज मरीज की ओर से बताए गए लक्षणों के आधार पर किया जाता है, लेकिन यह तरीका बीमारी का सटीक पता लगाने में कारगर शाबित नहीं होती है। अब तक जो तरीका इस्तेमाल किया जा रहा था उसमें आंसुओं की अंदरुनी परत का पता लगाने में बाहरी परत को नुकसान होता था और सटीक जानकारी भी नहीं मिलती थी।
अध्ययन के मुताबिक यह यंत्र ऑटोमैटिक है और केवल 40 सेकेंड में आंखों के ऊपर मौजूद आंसुओं की अंदरुनी परत में आए बदलाव का पता लगा लेता है, जिससे अब डॉक्टरों को सटीक जानकारी मिल जाती है। इजरायल स्थित एड्ओम एडवांस्ड ऑप्टिकल मेथड्ज लिमिटेड के प्रमुख शोधकर्ता एरियेली के अनुसार यह यंत्र बेहतरीन तरीके से काम कर रहा है और इससे आंखों को भी कोई खतरा नहीं है क्योंकि यह आंसू की परत को नुकसान नहीं पहुंचाता और साधारण रोशनी का इस्तेमाल करता है। शोधकर्ता एरियेली ने कहा कि आंसू की आंतरिक परत की तस्वीर लेना वाला यह यंत्र नैनोमीटर के अंतर पर कार्य करता है।
इसे भी पढ़ें-
Comments (0)
Facebook Comments (0)